September 28, 2013
श्री श्री रविशंकर ने छत्तीसगढ़ मे दो महत्वपूर्ण बातें कही - नक्सली यदि आध्यात्म का मार्ग अपनाएँ तो सुधर सकते हैं, तथा वे (अर्थात स्वयं श्री श्री रविशंकर) मध्यस्थ के रूप मे माओवादियों से बात करने के लिए तैयार हैं। सरकार को तुरंत हामी भर देना चाहिए और रविशंकर को बस्तर के घने जंगलों मे घूम-घूमकर शिविर लगाने की अनुमति दे देना चाहिए। अरे भई, जब नाना प्रकार के प्रयास करने के बाद भी नक्सली नाक मे दम किए बैठे हैं तो एक प्रयास रविशंकर को करने दें। क्या पता, परिणाम सुखद मिले..
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